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ग़ज़ल का सागर , हिंदी साहित्य और आज का समाज

Di: Ava

Thursday, January 30, 2020 ग़ज़ल चलो फिर से दिल लगाते हैं कहीं फिर मोहब्बत आजमाते हैं कहीं जिस्म तो कहीं और हार चुके हैं सांसो को दांव पे लगाते Best Ghazal in Hindi : बेस्ट ग़ज़ल हिन्दी में 1 – ग़ज़ल चलो हर गली एक मंदिर बना दें, ख़ुदा का बसेरा हो’ मस्ज़िद बना दें ।

डा.नरेश कुमार ‚सागर‘ की ग़ज़ल

Urdu ghazal|| साहित्यकारों का समाज में योगदान || कवि गोपाल सागर द्वारा ...

विष्णु का सुशासन – पुलिस के साथ अन्य सरकारी भर्तियों में आयु सीमा में 5 वर्ष की छूट से बढ़े युवाओं के अवसर breaking Chhattisgarh ग़ज़ल 212 212 212 2 जिस तरफ हम जरा सा बढ़े हैं। एक से एक बढ़कर मिले हैं। घूसखोरी यहां कौन कहता मुफ्त में भी बहुत दिन चले हैं। झूठ ना बोलने की कसम ली हर जगह सच्चाई 75 likes, 29 comments – sandeep.dabral.1656 on October 2, 2023: „बनती ग़ज़ल का एक शे’र सागर माँगने आया था हमसे पानी की भीख हम अपने आँसू न बहाते तो और क्या करते ~संदीप डबराल ‚सैंडी‘ Read my thoughts on @YourQuoteApp #

खामोशी ज्यादा भी अच्छी,होती नहीं सरकार जी।जनता अपने अपनों का, मांगे तुमसे बलिदान जी।।बोलो क्या सोचा है तुमने, क्या अब कदम उठाओगे ?ज़ालिम के सीने पर Let’s welcome our new members! अपूर्ण अभिलाषा, Nagendra Kumar Sinha, Tanveer Jimmy, Manjit Singh, Deepak Sugandhi, Dinesh Tripathi, Kailash More, Spgd.online, Shiv Kumar Singh, Anju Aggarwal, Samreen

कविता,शैर,महफ़िल-ए-ग़ज़ल का सागर* Comment by Chetan Prakash on August 24, 2025 at 10:58pm खूबसूरत ग़ज़ल हुई आदरणीय गिरिराज भंडारी जी । „छिपी है ज़िन्दगी मैं मौत हरदम वो छू लेगी अगर ( जो तू ) भागेगा डर

25 likes, 1 comments – pvnmnthn on May 11, 2025: „एहसास एक ग़ज़ल के हर शेर में बसा हुआ समंदर है। यह वो भावनाओं का अथाह सागर है, जिसमें डूबकर हर लफ़्ज़ एक नए अर्थ में जी उठता है। जैसे ग़ज़ल ये जो मेरी आँखों में खारा खारा पानी है, इसके क़तरे क़तरे में प्यार की कहानी है ! जबसे उसकी आँखों ने छू लिया है तन मेरा, तब से मेरे चेहरे का रंग

  • ग़ज़ल : विनय सागर जायसवाल [बरेली उत्तरप्रदेश]
  • डा.नरेश कुमार ‚सागर‘ की ग़ज़ल
  • लाख गहरा हो सागर टोक़या #Dhiraj_Kant #Short #Rils #viral

मसलन– वो यूँ बाहर जाता है गोया घर का सताया है लेकिन एक बंदिश भी है जिसका मैंने ऊपर उल्लेख किया है कि मतला के पहले मिसरा में „आता“ और इससे पूर्व क़ासिम बीकानेरी की वर्ष 1998 में ‘दिल मजबूर है’ नाम से ऑडियो एल्बम और वर्ष 2021 में कोरोना काल में ‘हवा आ गई है नबी के नगर से

हिंदी साहित्य और आज का समाज

सादर नमन मंच #बज़्म ए सुखन (अंतरराष्ट्रीय ग़ज़ल मंच) #फिलबदीह मुशायरा- ९५ #आज का मिसरा,,वो मुझे इक रुत सुहानी दे गया #बहृ-२१२२- २१२२

कल्पनाओं का सागर (हिंदी साहित्य सेवा) 11K Members Kamal Saxena कल्पनाओं का सागर (हिंदी साहित्य सेवा) Mar 3?? ? ????? ग़ज़ल. ????? इक बेवफा का ही सही हमें प्यार तो मिला

या खुदा तुझसे अर्जी लगाऊ | अरशद कामली | हिंदी वीडियो गाना | दुखद ग़ज़ल | चाहत

अगर ग़ज़ा में इसी ग़ज़ल का अनुवाद हो जाए तो सबको हैरत में डाल देगी।

सादर वन्दन सहित मंच में सभी को आदर सहित समर्पित कृपया लघु रचना आकलन ग़ज़ल की विधा का ख़्याल रखें। १- मतला होना आवश्यक होगा। २- कम से कम चार शे’र हों। ३- मक़ता का शेर भी कह सकते हैं। ????????? आज का ग़ज़ल सबसे अलग और सबसे जुदा लिखता तुम शब्द होती तो तुम्हें मैं बेइंतेहां लिखता हर शाम लिखता हर सहर लिखता बस इक तुम्हें ही मैं हर पहर लिखता हर पन्ने पर

Nadaan Aur Anjaan || #whatsappstatus Video || Shayari Status Video #statusquotes #sadstatus #शयर #sonquotes #viralquote #ispirationalquotes #lovequotesdaily #heartbrokenquotes #bestmessage Nadaan Aur Anjaan ? | Emotional Shayari Status Video | Sad & Heart Touching Quotes | WhatsApp & Instagram Status Video Dil ko chhoo lene wali shayari jo aapke jazbaat

बात तो करने का तो बहुत लोग हैं मेरे #motivation #viralshots #sadshayari #trending #sadsong #status subscribe #youtube #shayari #sadshayari # कविता,शैर,महफ़िल-ए-ग़ज़ल का सागर* मौत आये पर अश्क़ों का जाम न आये गवारा है कि मेरे हिस्से कोई इनाम न आये

#WhatsApp Kallo Lodhi इंदौर का जसवंत सागर नदी

ग़ज़ल ये कुछ दिनों से खुमारी बढ़ी जो इस क़दर है क्यूँ जोश में है जवानी, क्यूँ बहेका ये उमर है क्यूं हो रहे हैं बेखबर हम जमाने की हकीकत से ये हमको भी पता है Is group me kavita sher musayriya gajal post kare is group me jyada logo ko jode plz., # बज़्म- ए- सुखन“ #अंतर राष्ट्रीय ग़ज़ल मंच #28/3/2025 से 29/3/2025 #फिलबदीह मुशायरा 372 #मिसरा – इक मोम के पुतले का किरदार तुम्हारा है #काफिया- आर स्वर की बंदिश #रदीफ

ग़ज़ल के तेरे बाद कोई असर तो रहे मेरे दिल में यादों की बसर तो रहे मेरी हर शाम गुजरे इसी उम्मीद मे के तेरे आने की कोई खबर तो रहे तुमने जो भुला दिये कहानी की

टी० एस० इलियट के शब्दों में- “कथन का विशिष्ट तरीका शैली है तथा शैली ही काव्य है।” साहित्य का स्वरुप:

ए हमनफ़स, हर तरफ तेरा ही खुमार है। होता है यहां हर एक अहसास का सौदा ‘सागर’ ये तो इस दुनिया का कारोबार है। – राकेश पथरिया ‚सागर‘ 89 मोहब्बत का सागरपीनाज मसानी- ग़ज़लPeenaz Masani- Ghazal- MOHABBAT KA SAAGARMusic: Peenaz MasaniLyrics: Ibrahim AshqSources used from my own

Oct 7, 2024 तेरी नज़रों का साया दिल पे जब असरार हो जाना कभी बेवक्त का सपना, कभी दीदार हो जाना तुझे महसूस कर लेना किसी महफ़िल में जब तन्हा रचनाकार का नाम: राकेश पत्थरिया ‚सागर’ईमेल पता: [email protected]जन्म तिथि: 20-07-1982जन्मस्थान: jwalajiशिक्षा: MPhil नशीली आँखों का सागर है बच ना पायेगा, कितना भी बड़ा ‚तैराक‘ हो डूब ही जाएगा, मेरी आंखों की तौहीन है,.. ????? Love & Music ?? My best?? #beautiful? . .